इंदौर
नेशनल इलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट के नाम पर 5 करोड़ की धोखाधड़ी सामने आई है. STF ने मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश के लिए होने वाली नीट के नाम पर ये धोखाधड़ी करने वालों को मुंबई से गिरफ्तार किया है. इनके बैंक खातों में करोड़ों का लेन-देन मिला है.

जानकारी के मुताबिक STF ने सचिन उत्तराकर(40) व शंकर मानवटकर(34) निवासी विश्वाहंस सेक्टर 35 खारधर (नवी मुंबई) को मुंबई से गिरफ्तार किया है. गिरोह से जुड़ा एक और सदस्य सौरभ श्रीवास्तव ऐसे ही मामले में पंजाब की नाभा जेल में बंद है. आरोपियों के बैंक खातों में 5.50 करोड़ से ज्यादा का ट्रांजेक्शन मिला है.

एसपी मनीष खत्री के अनुसार, इंदौर के अजय कुमार जैन ने जनवरी 2018 में शिकायत की थी कि आरोपी शंकर ने बेटी का NEET में एडमिशन कराने के लिए 20 लाख रुपए मांगे थे. आरोपी ने 11 लाख 50 हजार खाते में और 8 लाख नकद लिए थे. इंदौर के जैन ने शिकायत में कहा था कि आरोपी शंकर ने उससे फोन पर संपर्क कर उसकी बेटी को नीट में एडमिशन कराने के लिए कहा था. फिर साथी सचिन के इंदौर स्थित ऑफिस में ले जाकर नीट के 70 से 80 प्रश्नों की जानकारी देकर बेटी का एडमिशन शासकीय कॉलेज में करवाने का बोलकर रुपए लिए थे. 20 हजार रुपए अतिरिक्त लेकर आरोपी शंकर को दिए थे. इसी तरह उन्होंने झाबुआ के अनिल श्रीवास्तव से भी करीब साढ़े 13 लाख की ठगी की.

जानकारी के मुताबिक, आरोपी मप्र के अलावा छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, गुजरात, हरियाणा, तमिलनाडु में भी पूरी तरह से सक्रिय थे. आरोपियों के पास से लैपटॉप, मोबाइल, कीपेड, मेडिकल में एडमिशन कराने संबंधी दस्तावेज, सीपीयू व अन्य सामान मिला है. पुलिस को इनका तीन दिन का रिमांड मिला है. दोनों आरोपियों ने लोगों से रुपए ऐंठने की बात कबूल की है. ये रुपए आरोपी सौरभ ने अपने खाते में डलवाए थे. इनके खाते भी फ्रीज करवाए हैं.

Source : Agency